पांच साल तक आम जनता से रहे दूर सांसद निधि में दिखाई कंजूसी अब फिर मांग रहे पांच साल अजय भट्ट

MP remained away from the general public for five years showed miserliness in funds now Ajay Bhatt is asking for five years again

पांच साल तक आम जनता से रहे दूर सांसद निधि में दिखाई कंजूसी अब फिर मांग रहे पांच साल अजय भट्ट

एम सलीम खान प्रभारी संपादक कुमाऊं मंडल

उत्तराखंड : लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी ने फिर एक निवर्तमान सांसद और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट को नैनीताल ऊधम सिंह नगर सीट से अपना उम्मीदवार बनाया, भट्ट पर भरोसा जताते हुए।

बीजेपी ने फिर एक बार उन्ही के चेहरे पर दांव लगाना बेहतर समझा है, लेकिन अजय भट्ट अपनी दूसरी पारी में कितने रन बना पाएंगे,इस पर हमने बीते रोज आम जनता की राय जानने का प्रयास किया।

जिसके बाद मतदाताओं ने अपनी अलग-अलग राय दी है, लेकिन इससे पहले हम केन्द्र सरकार में महत्वपूर्ण पद पर बने रहे और नैनीताल ऊधम सिंह नगर से निवर्तमान सांसद अजय भट्ट की बात कर लेते, हकीकत में उनके।

नाम पर मुहर लगाने के बाद कुछ निस्वार्थ मीडिया कर्मियों और वरिष्ठ आई टी आई कार्यकर्ता वकील नदीम अहमद ने सांसद अजय भट्ट की सांसद निधि के जन सूचना अधिकार अधिनियम के अंतर्गत सूचना मांगी तो खुद को जनता।

का सेवक का बताने वाले अंजय भट्ट की बड़ी लापरवाहियों का चिठ्ठा खुलकर सामने आया, दरअसल अंजय भट्ट ने अपने पूरे पांच साल के कार्यकाल के दौरान सांसद निधि खर्च करने में बेहद कंजूसी दिखाई।

इन पांच सालों में अंजय भट्ट पूरी तरह अपनी सांसद निधि भी खर्च नहीं कर पाएं,यह कहना ग़लत नहीं होगा कि जनहितों की चिंता करने अजय भट्ट इस मामले पर पर्दा डालने का प्रयास कर रहे हैं।

पांच साल में जनता से दूरियां और निजी और सरकारी और पार्टी नेताओं के साथ रहें व्यस्त

भाजपा उम्मीदवार अंजय भट्ट के बीते पांच सालों के कार्यकाल का जिक्र किया जाएं तो अंजय भट्ट इन गुज़रे पांच सालों में लोकसभा क्षेत्र की आम जनता से दूर रहें।

उन्होंने रुद्रपुर में उस समय ही कदम रखा जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कोई बड़ा कार्यक्रम हो या केन्द्र सरकार।

उनके किसी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी तभी उन्होंने जिले में क़दम रखा, पांच सालों में जनता से नहीं किया जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन अंजय भट्ट ने अगर कोई जनसंवाद कार्यक्रम किया।

भी तो सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने किसी भी ऐसे कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जिसे जिले की आम जनता उनसे संवाद कर सकें।

अब फिर से मांग रहे पांच साल

बीजेपी उम्मीदवार अंजय भट्ट फिर एक बार चुनावी मैदान में हैं, और वह मतदाताओं से फिर एक पांच साल मांग रहे हैं।

लेकिन इस बार जनता बहुत ही सोच समझकर फैसला लेने के मुड़ में है, जनता सभी दलों के उम्मीदवारों को पूरा तरह जांच परख कर ही अपना फैसला देने की तैयारी कर रही है।

जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे आम जनता भी इन नेताओं के दो मुख चेहरों को पहचान की कोशिश कर रही है। 

चाहे कांग्रेस हो या भाजपा या अन्य कोई राजनैतिक संगठन इसमें कोई दो राय नहीं है कि सरकार किसी की भी चक्की के दोनों पटो में पिसता गरीब है।

क्या कहतीं हैं आम जनता

लोकसभा चुनाव में आम आदमी की राय बेहद जरूरी है,या यूं कहें कि कुछ बड़े मीडिया और स्थानीय मीडिया प्लेटफॉर्म द्वारा भी आम आदमी की राय शुमारी की जा रही है।

हमने और हमारे सहयोगी ने आम मतदाताओं की राय जानने की छोटी सी कोशिश की तो आम लोगों ने अपनी अलग-अलग राय दी है।

सुरेन्द्र पाल मजदूर

दानपुर के रहने वाले सुरेन्द्र पाल दैनिक दिहाड़ी मजदूर हैं, उनके परिवार में पत्नी के सिवा तीन बच्चे हैं,जब उनसे उनकी राय पूछी गई कि इस बार कौन सी पार्टी जीत रही है।

तो उन्होंने कहा कि कोई भी जीते हमें तो मजदूरी ही करना है, कांग्रेस हो या बीजेपी सब अपना अपना हित साधने में जुटी रहती है,आम आदमी से किसी को कोई सरोकार नहीं है।

लक्ष्मी सिंह बोली बिगड़ गया रसोई का बजट

जब गृहणी लक्ष्मी सिंह की राय ली गई तो उन्होंने कहा कि बीते सालों में रसोई घर का बजट बिगड़ गया है, मंहगाई से कमर टूट गई है।

पति की कमर तोड मेहनत के बाद भी ग्रहस्ती पटरी पर नहीं आ रही है,जब उनसे पूछा गया कि घरेलू गैस सिलेंडर पर 100 रुपए कम कर दिए गए हैं।

तो उन्होंने कहा रसोईघर में और भी बहुत सी महंगी चीजें होती हैं, जैसे दालें, रिफाइंड तेल, चीनी सब्जियां बगैरह इनके दाम में बेहद आसमान छू रहे हैं।

ऐसे में बच्चों की महंगी पढ़ाई सहित अन्य खर्च भी होते हैं,हम चाहते हैं कि आने वाली सरकार महंगाई पर अंकुश लगाने के काम करें ताकि आम आदमी को राहत पहुंचे।

ये बोले वोट देना हमारा अधिकार मतदान जरुर करे

पहली बार वोट देने वाले साकिब सैफी ने बेहद उत्साहित होते हुए कहा कि मैं पहली बार अपना वोट दूंगा मतदान करना हमारा कर्तव्य है, इसलिए मैं ऐसे व्यक्ति के मतदान करूंगा जो देश में आपसी भाईचारे और कौमी एकता को बढ़ावा देने के काम करे।

साकिब सैफी 2024 के फरवरी माह में 18 वर्ष के हुए हैं,वह पहली बार मतदान करेंगे, जिसे लेकर साकिब बेहद उत्साहित नजर आए।

दयानंद पांडेय ने कहा आने वाली सरकार को युवाओं के उज्जवल भविष्य पर ध्यान देना चाहिए

65 वर्षीय बुजुर्ग दयानंद पांडेय ने कहा कि हम लोग वोट इसलिए करते हैं कि आने वाली सरकार हमे बेहतर सुविधाएं और युवाओं के लिए उज्ज्वल भविष्य के काम करेगी।

लेकिन सरकार के आने के बाद धर्म जाति मजहब को लेकर हिन भावना को बढ़ावा देने के काम शुरू किया जाता है,ऐसा क्यों है, सरकार के पास और भी बड़े मुद्दे हैं उन पर काम करें हम सरकारों की इन बातों के पक्ष में नहीं है।

सरकार युवाओं महिलाओं, सैनिकों, विकास के मुद्दों पर काम करें जो हकीकत में सरकार का काम है, लेकिन असल मुद्दों को छोड़कर सरकारें किस दिशा में काम कर रही है यह बताने की जरूरत नहीं है।

इनकी भी सुनिए

वहीं एक व्यक्ति ने अपनी राय देते हुए कहा कि मैं दस सालों से एक विशेष दल को वोट देता आ रहा हूं, इस बार भी उसी दल को वोट करुंगा, मुझे किसे वोट देना और किसे नहीं मैं अच्छी तरह जानता हूं ‌।

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